आज भी याद आती है उसकी हंसी

आज भी याद आती है उसकी हंसी


एक बार मैं अपने पैरेंट्स के साथ किसी रिश्तेदार के घर शादी में गयी हुयी थी। लड़की की शादी थी। लड़की अपने मां-बाप की इकलौती संतान थी और शादी के बाद उसे यूएस चले जाना था। शादी की तैयारियां बड़ी धूमधाम से की गईं थी। सजावट इतनी ज्यादा थी कि चारों तरफ की चकाचौंध देखते बन रही थी। खुशनुमा माहौल में सभी लोग खाने- पीने का आनंद ले रहे थे। आखिरकार मंत्रोच्चार के साथ शादी की रस्में एक के बाद एक पूरी की जा रही थी। हर रस्म में लड़की की मम्मी रोने लगती क्योंकि उनको लगता कि बेटी अब उनसे बहुत दूर चली जाएगी।

शादी में आए बाराती बेहद हंसमुख थे। उन्हीं में से एक था रोहित, जिसने शादी के कई पलों में हंसी मजाक से रोते हुए लोगों को हंसा दिया। लड़की की विदाई का समय आया तो माहौल एकदम शांत हो गया। लड़के वाले दुल्हन को ले जाने की तैयारी में जुट गए। लड़की वाले भी विदाई की तैयारियां करने लगे। विदाई की इस घड़ी में दुल्हन को गाड़ी में ले जाकर बिठा दिया गया। ऐसे में, सभी रिश्तेदार व लड़की के मां-बाप रोने-धोने लगे। सब रोए ही जा रहे थे कि तभी एक लड़के ने मजाक करते हुए कहा, आप लोग चुप होते हैं या नहीं, अगर लड़की को नहीं भेजना है, तो हम दूल्हे मियां को यहीं छोड़ जाते हैं। उसकी ऐसी बातें सुनकर अचानक सभी रोते हुए लोग हंसने लगे। ऐसे में कोई भी अपनी हंसी रोक नहीं पाया। इस तरह सारा गमगीन माहौल बदल गया और लोग न चाहते हुए भी हंसने लगे।

रो रोकर बेहाल हुए जा रहे लड़की और उसके पैरेंट्स भी हंसे बिना नहीं रह सके। कहां तो अब तक छोटी छोटी रस्मों के दौरान भी रो रहे थे, और कहां विदाई की इस बेला में भी उनकी नम आंखें मुस्कुरा दीं। शादी की विदाई के समय माहौल ऐसा बन गया था कि हर किसी ने लड़की को खुशी- खुशी हंसते हुए विदा किया। उसके बाद उस लड़के से कभी मुलाकात नहीं हो पायी, लेकिन आज भी उसकी हंसी मेरे यादों से नहीं जाती है।

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